पुणे मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पुणे मेट्रो
रेल परियोजना के पहले चरण के विकास को मंजूरी दे दी है। पुणे मेट्रो रेल
गलियारे की कुल लंबाई 31.254 किलोमीटर होगी। इसमें दो अलग गलियारे होंगे।
- गलियारा-1 (पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका यानी पीसीएमसी से स्वरगेट) 16.589 किलोमीटर (11.57 किलोमीटर जमीन के ऊपर और 5.019 किलोमीटर भूमिगत) और गलियारा-2 (वनाज से रामवाड़ी) 14.665 किलोमीटर (पूरी तरह जमीन के ऊपर) लंबा होगा।
- मेट्रो रेल गलियारे की पूर्णता लागत 11,420 करोड़ रुपये होगी।
- इस प्रोजेक्ट की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के अनुसार कार्य शुरू होने की तिथि से पांच साल के भीतर यह परियोजना पूरी हो जाएगी।
- यह परियोजना महाराष्ट्र मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (महा-मेट्रो) द्वारा कार्यान्वित की जाएगी।
- इसमें भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार संयुक्त रूप से 50-50 प्रतिशत के स्वामित्व वाली कंपनी होंगी।
- यह परियोजना मेट्रो रेल (कार्य निर्माण) अधिनियम, 1978, मेट्रो रेल (संचालन और रखरखाव) अधिनियम 2002 और रेल अधिनियम 1989 के कानूनी ढांचे के तहत कवर होगी, जिनमें समय-समय पर संशोधन किया गया है।
- मौजूदा नागपुर मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (एनएमआरसीएल), को महाराष्ट्र में मुंबई महानगर क्षेत्र के बाहर पुणे मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण समेत सभी मेट्रो परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए महाराष्ट्र मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (महा-मेट्रो) में पुनर्गठित किया जाएगा। एनएमआरसीएल भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार की संयुक्त विशेष प्रायोजन संस्था (एसपीवी) है।
पृष्ठभूमिः
- पुणे मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में पुणे नगर निगम (पीएमसी), पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम (पीसीएमसी) शामिल हैं।
- पुणे और खादकी, दोनों ही कैंटोनमेंट क्षेत्रों जनसंख्या में तेजी से बढ़ी है।
- पुणे शहरी संकुलन की आबादी 2001 की जनगणना के अनुसार 35.7 लाख थी, जो 2011 में बढ़कर 49.9 लाख पहुंच गई। अनुमान है कि यह 2021 में बढ़कर 69.0 लाख और 2031 में बढ़कर 77.3 लाख पहुंच जाएगी।
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